मध्य प्रदेश मे सबसे ज्यादा समय तक मुख्यमंत्री पद पर बने रहने वाले शिवराज सिंह चौहान के RSS से मुख्यमंत्री तक का सफर
शिवराज सिंह चौहान जो कि वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी की सरकार में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री हैं और आगामी विधानसभा चुनाव में वह बुधनी विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे। शिवराज सिंह चौहान का परिवार कृषि क्षेत्र से जुड़ा हुआ था और उनके पिता एक किसान थे,शिवराज सिंह चौहान का जन्म 15 मार्च 1959 को मध्य प्रदेश के सीहोर में हुआ था उनके पिता का नाम प्रेम सिंह चौहान तो माता का नाम सुंदरबाई चौहान था। कुछ जानकार उनके बारे में एक रोचक तथ्य बताते हैं कि 1975 में आपातकाल के दौरान उन्हें कैद किया गया था,इसके बाद 1980 में इन्होंने कांग्रेस सरकार को चुनौती दी कि भोपाल में 7 अक्टूबर को रैली पर सतारूड़ दल के खिलाफ कम से कम 40000 लोग एक साथ खड़े होंगे ,जिला प्रशासन ने पूरी व्यवस्था की लेकिन लगभग 100000 लोग भोपाल पहुंचे ताकि उनका समर्थन किया जा सके। एक नज़र उनके राजनीति जीवन के इतिहास पर
1975- यह वह साल था जिस वक्त 16 साल की उम्र में ही इन्हें मॉडल हायर सेकेंडरी स्कूल से स्टूडेंट्स यूनियन के अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित किया गया था।
1977- शिवराज सिंह चौहान आरएसएस में शामिल हुए इतिहास की जानकार बताते हैं कि उसे वक्त के लिए सबसे कम उम्र के स्वयंसेवक थे।
1984- शिवराज सिंह चौहान भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा में शामिल हुए और 1 साल की भीतर ही संयुक्त सचिव बन गए।
1988- शिवराज सिंह चौहान 4 साल के भीतर ही बीजेपी के मध्य प्रदेश में युवा मोर्चा के अध्यक्ष के रूप में चुने गए।
1990- यह वह समय था जब शिवराज सिंह चौहान भारतीय जनता पार्टी से पहली बार बुधनी निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा के लिए चुने गए थे और उन्होंने कांग्रेस के प्रतिबंधि को 22000 से अधिक वोटो से हराया था।
1991- उनके राजनीतिक जीवन ने एक और मोड़ लिया और अटल बिहारी वाजपेई ने विदिशा संसदीय सीट से इस्तीफा दे दिया, तो भारतीय जनता पार्टी में शिवराज सिंह चौहान को उम्मीदवार बनाया और यह सीट जीतकर सबसे कम उम्र के सांसदों में शामिल हो गए।
1992- भारतीय जनता युवा मोर्चा के महासचिव बने।
1996- विदिशा लोकसभा सीट से पुनः निर्वाचित हुए।
1999- विदिशा लोकसभा सीट से लगातार चौथी बार जीत दर्ज की।
2004- शिवराज सिंह चौहान ने 14वीं लोकसभा में लगातार पांचवीं बार जीत दर्ज की।
2005- यह वह समय था जब भारतीय जनता पार्टी ने इन्हें मध्य प्रदेश के अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया था और 29 नवंबर 2005 को ही इन्हें राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में निर्वाचित किया गया।
2008- मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के विधानसभा चुनाव में लगातार दूसरी जीत के लिए शिवराज सिंह चौहान ने नेतृत्व किया और 12 दिसंबर 2008 को पुनः मुख्यमंत्री पद को संभाल।
2013- इस बार भी मुख्यमंत्री पद पर शिवराज सिंह चौहान बने रहे और राज्य के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री पर बने रहने वाले मुख्यमंत्री बन चुके थे।
2018- इस बार चुनाव जीतना भाजपा के लिए जितना आसान लग रहा था उतना आसान बिल्कुल भी नहीं था और यही वजह रही कि भारतीय जनता पार्टी को 2018 के विधानसभा चुनाव में हर का सामना करना पड़ा इसके बाद कांग्रेस की सरकार बनी।
लेकिन शिवराज सिंह चौहान से भले ही मुख्यमंत्री की कुर्सी छिन गई थी लेकिन शिवराज बुधनी विधानसभा से विधायक बने हुए थे । फिर वक्त आया वर्ष 2020 जिस वक्त राजनीतिक दाँव- पेंच से भारतीय जनता पार्टी फ़िर सत्ता में आई और शिवराज सिंह चौहान तब से वर्तमान तक मध्य प्रदेश की कुर्सी संभाले हुए हैं।
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